अक्षय तृतीया जो कि निकट है, वैदिक संस्कृति में एक महत्वपूर्ण दिन है। Means अक्षय ’शब्द का अर्थ शाश्वत है जिसका अर्थ कभी भी ध्वस्त नहीं होता है और ya तृतीया’ का अर्थ है तीसरे दिन। यह वैशाख / बैसाख महीने के उज्ज्वल चंद्रमा के तीसरे चंद्र दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस वर्ष यह 14 मई को पड़ रहा है।
कलाकंद रेसिपी
सामग्री
१ कप मीठा कंडेंस्ड
1 चम्मच चांदी का पत्ता
२ बड़े चम्मच कटे हुए पिस्ता
छोटा चम्मच पिसी हुई हरी इलायची
2 कप पनीर रिकोटा का उपयोग करें
तैयारी विधि
पनीर या रिकोटा पनीर को कंडेंस्ड मिल्क के साथ मिलाएं।
मिश्रण को मध्यम-कम गर्मी पर गरम करें।
इसे लगातार चलाते हुए दो तिहाई रह जाने तक पकाएं।
जब मिश्रण गाढ़ा होने लगे तो इसमें थोडी़ सी इलाइची पाउडर, पिस्ता और चांदी की पत्ती डालें।
अब, ट्रे को चिकना करें और मिश्रण को समान रूप से फैलाएं और इसे ठंडा होने दें।
ठंडा होने के बाद, इसे चौकोर टुकड़ों में काट लें और आपका मुंह में पानी लाने वाला कलाकंद परोसने के लिए तैयार है!